Tuesday, December 1, 2009

जाने क्या तूने कही......जाने क्या मैंने सुनी !!

*आगे अँधा मोड़ है
(आप आंख खोल कर चलें!)
* यह निमंत्रण-पत्र दो व्यक्तियों के लिए है
(मगर भीड़ नहो जुट पाई तो ज्यादा भी चलेंगे!)
* कृपया बच्चे साथ न लायें।
(कहाँ छोड़ कर आएं, ये आपकी टेंशन है!)
* यह आम रास्ता नहीं है।
(हम ही कोनसे आम हैं!)
* सावधान, बच्चे उतर रहे हैं।
(कोनसे प्रेत उतर रहे हैं, जो चिपट जायेंगे!)
* यह लिफ्ट ख़राब है।
(वैसे यह कल भी ख़राब थी और यही लक्षण रहे तो आगे भी ख़राब ही रहेगी!)
* कृपया समय से १५ मिनट पूर्व स्थान ग्रहण कर लें।
(किंतु इस मुगालते में न रहें कि समारोह समय पर ही शुरू होगा!)
* कृपया जूते यहाँ उतारें।
(वापस आने पर मिलें ही, उसी योनि में मिलें- यानि चप्पलों में तब्दील न हो जायें, यह हमारी जिम्मेदारी नहीं !)
* रेड लाइट पर- रुकें, देखें, चलें।
(रुकें, देखें कि कोई पुलिसिया तो नहीं देख रहा, चलें!)
* कृपया आते जाते गेट बंद करें।
(यानि कृपया की पगार पर चौकीदारी!)
* बीडी सिगरेट पीना मना है।
(वैसे आजादी की छोटी सी कीमत है- दो सौ रुपये। हो सकता है कल सरकार धुंआ उड़ाने का मासिक पास भी जारी कर दे!)