एक औसत मरीज़ या उसके परिजनों को डॉक्टरों के बिना (या बावजूद) कैसे पता लगे कि उसकी एम् आर आई या सोनोग्राफी की रिपोर्ट क्या कहती है? जवाब है- उसी तरह जैसे ठेठ देसी दर्शकों को पता चल जाता है की अंग्रेजी फिल्म कैसी रही, चाहे उन्हें 'थेंक यू', 'हेलो', या 'बाय' सरीखे दो चार शब्द ही पल्ले क्यों न पड़े हों। हाँ, फर्क सिर्फ इतना है कि वहाँ फ़िल्मी तस्वीरें बोलती है, मगर रिपोर्ट के साथ इनायत फरमाई गयी फोटो आपकी बोलती को बंद कर देती हैं।
अव्वल तो यह देखिए कि छापा हर जगह इकसार सा है या नहीं! फिर राह में आगे अगर कहीं कुछ शब्द अकडू-फकडू दिखें (केपिटल) या फिर थोडा बांकपन लिए मिलें और इतराए इतराए से फिर रहे हों (इटेलिक्स), तो समझो कुछ न कुछ खास बात जरूर है। इसी तरह कुछ लफ़्ज़ों के पिछवाड़े तले सीधी सतरें खीच कर उन्हें औरों से अधिक तवज्जो अता की गयी हो (अंडरलाइन) या उनकी चाल में गर्भवतियों का सा भारीपन आ गया हो (बोल्ड) तो जान लीजिये कि रिपोर्ट में कुछ तो गड़बड़ है। बदकिस्मती से लाल, नीली या हरी स्याही अगर छुटपुट उपयोग में ली गयी हो तो फिर पक्का समझिये कि यह रिपोर्ट भी परीक्षा में फेल बच्चे की रिपोर्ट की ही तरह खराब है।
अब मजमून पर आयें जिसमे आपको अंग्रेजी अक्षर A, B, C आदि या अक्षरों के झुण्ड,अंकों - 32, 34, 36, 6,7, 8 वगैरह की सोहबत में दिखेंगे । बीच-बीच में ग्रीक अथवा रोमन भाषा के कई कई हरूफ भी मिलेंगे जिन्हें प्राचीन विदेशी विद्वान् प्रयोग में लाया करते थे। कुल मिला कर रिपोर्ट का एक भी सुराग आपके हाथ नहीं आएगा। मगर ठहरिये! हिम्मत मत हारिए। समझ में न भी आये तो भी पढ़ते जाने पर भी लाभ होगा। वाक्यों के आखिरी छोरों पर पाए जाने वाले शब्द अगर 'इज नोट सीन', 'इज क्लियर', 'एपियर नार्मल', इज अन रिमार्केबेल' किस्म के हों तो बस डरना छोडिये, आपकी रिपोर्ट एकदम बढ़िया है।
aapki jaldi pe nisar, par tab tak to yah adhoora hi tha!!
ReplyDeleteThe making of "report kya kehti hai!"
ReplyDeletePapa lying on the bed, a nurse comes! adjusts the drip!
papa-'ek pen chahiye'
Nurse comes back with a pen! After about an hour. Nurse comes again-adjusts the drip, and asks 'kya likh rahe hai'.!
papa:"report kya kehti hai"!
nurse-"sab normal hai" (its a mallu nurse!).
papa:"no no its the title".."Ruko sunata hu"..! I intervened and reminded him that a Mallu nurse would not be the best of the listener provided I sit and translate! Was pretty funny! and shows his enthusiasm to look for listeners and spread his wisdom..!!:D:D
mast likha sir..ekdam nayapan tha is mein..meri bhi ek post is se related hai.. "hospital wali"..and i am glad ki aap bhi posts ekdam real life situations pe likhte hain..
ReplyDeletewo letters ki formatting wala para ekdam gudguda deta hai.. :P
but ek shikayat hai..is bar aapne meri nayi poem nahi dekhi :(
http://salinedreamz.blogspot.com/2010/04/tree-will-still-forgive-you.html
hahahaa.. mallu nurse's encounter with papaz blog posts..! WOW :D
ReplyDeleteand let me tell you that people were expecting a blog of this kind after your hospitalization :P
things like italics, bold, caps.. wt an illustration!
maine aapki kavita dekhi sir...ekdam sateek varnana tha ped ka...aapne bhi ped par ek bar likha tha ye jankar mere andar nayi khushi ka sanchar hua hai...
ReplyDeleteaakhir teen panktiyan meri fav thi...
"itne par sah rahe moun
tum sawalon ki ched
khoob! khoob bhai ped...."
"या उनकी चाल में गर्भवतियों का सा भारीपन आ गया हो ". Shrilal Shukla ki 'Raag Darbari' ke pehle panne ki yaad aa gayi :).
ReplyDeletethank u sir..
ReplyDeleteaapka jab bhi comment milta hai..sabse jyada man ko sahas milta hai aur likhne ka..khoob satisfaction rehta hai ki ha aapka comment hai to certified hai..ek dam genuine.. :)
never seen a better example of Bold, underline, italics; loved the explaination given for bold : garbhavati stree sa bharipan ... rofl !
ReplyDeletebahut badiya............kya nazariya hai !
ReplyDeleteapke blog k baare me manu se pata chala.. aapke likhne ka andaaz waaqai laajawab hai..!
ReplyDeletethanks bhavnesh, stay connected!
ReplyDeleteAkshar aisa bhi bol sakte hain ?? Wah !!
ReplyDeleteWaha uncle mast likha hai..
ReplyDeleteaap to ab ek BRAND NAME bana liya hai ..SKT ..
Mast hai..
Waise bhi hanu HT likhta hai ,,u all can start off a PRODUCTION HOUSE ""(SHM)T
good suggestion,thanks!
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