Friday, June 19, 2009

जलोपदेश

पानी के मिल जाने पर इतना अहंकार मत कर, न ही नल के चले जाने पर नाहक शोक कर। पानी एक आनी जानी चीज़ है। हमेशा खुले नल के नीचे रखी बाल्टी को ही परम सत्य मान।

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